पटना में घंटों वाधित रहा रेल परिचालन, मुजफ्फरपुर पीड़िता के मौत के बाद...
63210 डाउन पटना झाझा मेमू पैसेंजर |
Patna :- 63210 डाउन पटना झाझा मेमू पैसेंजर राजेन्द्र नगर स्टेशन से अभी खुली ही थी कि थोड़ी दूर चलने के बाद उसे ब्रेक लगाना पड़ा। सामने रेलवे ट्रैक पर सैकड़ों की संख्या में लोग उत्पात मचा रहे थे। कुछ लोगों ने किनारे रखा रेलवे ट्रैक में लगने बाला पिलर को उठाकर रेलवे लाइन पर रख दिया था। तो कुछ लोग रेलवे लाइन पर ही आगजनी कर रहे थे। ट्रेन की गेट पर लटका शख्स यह सब देख कर हैरान हो गया। और चिल्लाने लगा कि सामने आग लगा दिया है। यह सुनकर ट्रैन में बैठे यात्रियों को लगा कि ट्रेन में ही किसी ने आग लगा दिया है। बोगी के अंदर अफरा तफरी का माहौल बनने ही बाला था कि धीरे धीरे ट्रैन रुक गई। वही ट्रैन को बिना किसी स्टेशन पर रुकता देख यात्रियों को भी लगने लगा कि सचमुच में ट्रेन में आग लग गई होगी। ट्रैन को रुकते ही यात्री नीचे उतरने लगे। नीचे उतरने के बाद पता चला कि रेलवे लाइन को जाम कर कुछ लोग आगजनी कर उत्पात मचा रहे है।
मैं भी उसी ट्रैन के सबसे अगले बोगी में बैठा था। मंगलवार का दिन था इसलिए पटना के हनुमान मंदिर में संकटमोचन के दर्शन करके वापस घर लौट रहा था। तय समय पर 63210 डाउन पटना झाझा सवारी गाड़ी सवा ग्यारह बजे पटना जंक्शन से खुली थी। लेकिन गुलजारबाग पहुँचने से पहले ही यह सब लफड़ा हो गया। लगभग आधे घंटे बीतने के बाद कई यात्रि ट्रेन खुलने की आशा त्यागकर किसी दूसरे साधन के माध्यम से अपनी मंजिल तक पहुँचने के लिए ट्रेन से उतरकर जाने लगे। लेकिन मुझे पूर्ण विश्वास था कि एक घंटे बाद परिचालन पुनः शुरू हो जाएगा। कुछ देर बाद पुलिस प्रसासन का आगमन हुआ। उत्पात मचाने वाले लोग इधर उधर भागने लगे। और जो हिम्मत बाले थे उसके और पुलिस प्रसासन के बीच थोड़ी देर बहसा बहसी हुआ। प्रसासन ने उन्हें समझा बुझाकर अलग किया, रेलवे लाइन का रास्ता साफ किया गया और रेल परिचालन पुनः शुरू किया गया। ट्रैन ने लम्बी हॉर्न के साथ नीचे उतरे यात्रियों को ट्रेन में बैठने के लिए कहा और धीरे धीरे चलने लगी।
दरअसल यह पूरा मामला मुजफ्फरपुर से जुड़ा हुआ है। हाल ही में कुछ दिन पहले मुजफ्फरपुर में एक लड़की के साथ कुछ मनचलों ने रेफ करने की कोशिश किया था। लेकिन नाकाम रहने के बाद उन दरिंदो ने उस लड़की को जिंदा जला दिया। जिसे पटना के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन मंगलवार को उस पीड़िता ने आखरी सांस लिया और जिंदगी के साथ उसका रिश्ता टूट गया। पीड़िता के मौत के बाद गुस्साए लोगों ने पहले तो अपोलो अस्पताल के सामने सड़क पर आगजनी किया उसके बाद रेलवे लाइन को भी जाम कर आगजनी किया। इस दौरान घंटों तक सड़क और रेल मार्ग पर परिचालन बाधित रहा। वही आक्रोशित लोगों ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुजफ्फरपुर के एस एस पी को हटाये जाने और स्पीड ट्रायल चलाकर गिरफ्तार आरोपी को फाँसी की सजा देने की मांग किया है।
Nice news:
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